शब्द का अर्थ
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धँस :
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स्त्री०=धँसना।a |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धँसन :
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स्त्री० [हिं० धँसना] १. धँसने की क्रिया, ढंग या भाव। २. ऐसा स्थान जिसमें कोई धँस सकता हो। ३. दलदल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धँसना :
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स्त्री० [सं० दंशन] १. किसी नुकीली या भारी चीज का स्वयं अपने भार के कारण अथवा दाब आदि पड़ने के फलस्वरूप अपेक्षाकृत किसी नरम तल में नीचे की ओर जाना। जैसे—दल-दल में धँसना। २. दीवार, मकान आदि के संबंध में, उसके किसी पक्ष का जमीन में किसी प्रकार की कमजोरी होने के कारण प्रसम स्तर से नीचे जाना। ३. किसी प्रकार की कड़ी तथा नुकीली वस्तु का किसी तल में प्रविष्ट होना। गड़ना। जैसे—हाथ में सूई या पैर में काँटा धँसना। ४. नेत्रों के संबंध में, उनका शारीरिक निर्बलता के कारण कुछ दबा हुआ या अंदर की ओर घुसा हुआ-सा प्रतीत होना। ५. व्यक्ति का भीड़-भाड़ में लोगों को दबाते या हटाते हुए आगे की ओर बढ़ना। ६. किसी चीज का वेगपूर्वक किसी दूसरी चीज में प्रविष्ट होना। जैसे—शरीर में गोली या तीर धँसना। ७. बात या विचार के संबंध में, समझ में आना। जैसे—उनके दिमाग में तो कोई बात धँसती ही नहीं। अ० [सं० ध्वंसन] ध्वस्त होना। नष्ट होना। मिटना।a स० ध्वस्त या नष्ट करना। मिटाना।a |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धँसनि :
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स्त्री० १. धँसन। २. धँसान।a |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धँसान :
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स्त्री० [हिं० धँसना] १. धँसने की क्रिया, ढंग या भाव। २. कीचड़ या दल-दल से भरी वह जमीन जिसमें सहज में कोई धँस सकता हो। ३. ढालुआँ स्थान। (क्व०)। ४. भी़ड़-भाड़ में वेगपूर्वक लोगों को इधर-उधर ढकेलते या हटाते हुए आगे बढ़ने की क्रिया या भाव। जैसे—भेड़िया धँसान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धँसाना :
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स० [हिं० धँसना] १. किसी चीज को धँसने में प्रवृत्त करना। २. गड़ाना। चुभाना ३. जोर लगाकर अन्दर प्रविष्ट करना या कराना। ४. किसी तल पर ऐसा दबाव डालना कि वह नीचे की ओर धँसे। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धँसाव :
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पुं० [हिं० धँसना] १. धँसने की क्रिया या भाव। २. ऐसा स्थान जिसमें कुछ या कोई सहज में धँस सके। ३. दे० ‘धँसान’। |
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समानार्थी शब्द-
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